सोमवार का व्रत :- बुद्धिमान और संस्कारी बच्चा पाने के लिए कैसे करे Monday का fast |

सोमवार का व्रत monday fast kaise kare pregnancy me

पुराणों में व्रत करने की बड़ी महिमा होती है और उनमे भी सोमवार का व्रत सवश्रेष्ठ कहा गया गया है क्योकि ये व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है इसलिए इस व्रत के प्रभाव से तेजस्वी और बुध्हिमान संतान को पाया जा सकता है पर जरूरी ये जानना है की किस तरह सही तरीके से इस व्रत को किया जाये क्योकि सही तरीके से करने पर ही इस व्रत का प्रभाव देखने को मिलता है |

क्यों किया जाता है ये व्रत ?

भगवान शिव और माता पार्वती ने दो बहुत ही सुन्दर और वैभवशील संतानों को जनम दिया था जिनके नामे है भगवान गणेश और कार्तिकेय | ये दोनों बच्चे किसी से हरने वालो में से नहीं थे और काफी पराक्रमी थे पूरे देवलोक में कोई भी उनके जितना बुध्हिमान और पराक्रमी नहीं था इसलिए सोमवार का व्रत एसी ही संतान की प्राप्ति के लिएकिया जाता है ताकि भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होकर एसी संतान देने का वरदान दे |

सोमवार का व्रत कैसे किया जाता है

वैसे तो गर्भवती महिलाओ को गर्भावस्था में व्रत न करने की सलाह दी जाती है और गर्भावस्था में भूख ज्यादा लगने की वजह से व्रत करना संभव भी नहीं हो पता है पर प्रेगनेंसी होने से पहले या गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में आप ये व्रत अपनी श्रध्हानुसार कर सकते है |

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व्रत करने के लिए सोमवार की सुबह जल्दी उठे और भगवान शिव को याद करे और संकल्प ले की अपनी वाणी से किसी के लिए कुछ बुरा नहीं बोलेगे और न ही किसी के बारे में बुरा सोचेगे साथ ही पूरा दिन “ॐ नमह शिवाय ” का जाप करेगे | इसके बाद दिन की शुरुआत करे |

सबसे पहले स्नान करके साफ़ कपडे पहन ले , अगर आप लाल रंग के कपडे पहनती है तो और भी अच्छा है अगर लाल रंग की dress नहीं है तो लाल दुपट्टा भी लगा सकते है , साथ ही नहाते समय सिर भी धो ले | अब पूजा की थाली तैयार करे |

पूजा की थाली में क्या रखे ?

पूजा की थाली तैयार करने के लिए आप नीचे दी गई लिस्ट बना ले और उन्हें पहले से ही लाकर रखे :-

  1. रोली और चावल
  2. घी का दीया
  3. बाँधने के लिए लच्छा
  4. फूल
  5. एक फल जैसे केला,संतरा ,अनार,जो भी उपलब्ध हो|
  6. पानी या दूध का गिलास
  7. कुछ रूपए (दक्षिणा )
  8. बील पत्र

पूजा की विधि :-

पूजा आप मंदिर या घर पे कही भी कर सकती है इसके लिए शिव पंचायत की पूजा करना शुभ होता है | शिव पंचायत में पांच देवता निवास करते है जो है भगवान गणेश,नंदी भगवान,ब्रम्हाजी,माता पार्वती और शिवलिंग | इन सबकी की पूजा सोमवार का व्रत में की जाती है |

पूजा आरंभ करने के लिए सबसे पहले गणेश भगवान को जल चढ़ाये क्युकी भगवान गणेश को प्रथम पूज्य कहा जाता है इसलिए सबसे पहले उनकी पूजा की जानी चाहिए इसके बाद नंदी भगवान फिर ब्रह्माजी और फिर पार्वती माता और अंत में शिवलिंग पर जल चढ़ाये और इसी क्रम में बाकी की पूजा विधि करे|

जल चढाने के बाद कुमकुम और चावल का तिलक लगाये एवं लच्छा बांधे तथा सभी देवताओ के पैरो में फूल चढ़ाये | पार्वती माता और शिवलिंग पर एक ही लच्छा बंधे जिसका एक सीता माता के आँचल से और दूसरा शिवलिंग पे लगाये | इसके बाद फल एवं दक्षिणा चढ़ाये और हाथ जोड़े |

इसके बाद बेठ जाये और शिव चालीसा का पाठ करे और फिर दीया जलाकर भगवान गणेश जी और फिर शिवजी की आरती गाए | सबसे अंत में हाथ जोड़कर और माथा टेक के अपनी प्रार्थना भगवान के सामने रखे | और उनसे उनके जेसी तेजस्वी और बुध्हिमान संतान की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करे |

इसके बाद घर आकर कुछ फल खा ले या व्रत का सेगार भी कर सकते है और दूध पी सकते है | अगर हो सके तो एक बार भोजन करे और अगर नहीं हो सकता तो दोनों बार भी भोजन कर सकते है |

सोमवार व्रत के नियम : अगर सच्चे मन से और पूरी श्रधा से सोमवार का व्रत किआ जाये तो इसका परिणाम जरूर मिलता है |

दी गई जानकारी अच्छी लगे तो कमेंट करके बताये और नीचे दिए विडियो को क्लिक करके इसके बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है |

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