कंडोम कैसे पहना जाता है | महिला कंडोम क्या है

शादीशुदा पुरुष हो या कुवारा आज के समय में कंडोम एक बेहद जरूरी चीज हो गई है ये ना केवल अन सेफ रिलेशन को बनने से रोकता है बल्कि कई खतरनाक बीमारियों और अनचाही प्रेगनेंसी को होने से भी सुरक्षा करता है |
आज के इस लेख में हम जानेगे कि कंडोम कैसे पहना जाता है और इसका क्या उपयोग है साथ ही जानेगे कि कंडोम कैसे उपयोग करेंगे, कंडोम कैसे लगाते हैं, कंडोम कैसे लगाया जाता है, महिला कंडोम, महिला कंडोम का प्रयोग, महिला कंडोम बनाने की विधि, महिला कंडोम जानकारी |

कंडोम कैसे पहना जाता है
कंडोम कैसे पहना जाता है

कंडोम क्या होता है ?

कंडोम रबर और प्लास्टिक के मटेरियल से बना हुआ एक पाउच होता है जिसका उपयोग रिलेशन बनाने के दौरान पुरुष के द्वारा किया जाता है जनसंख्या नियंत्रण और गर्भधारण को रोकने के लिए यह अब तक का सबसे कारगर तरीका बताया जाता है वैसे तो गर्भधारण को रोकने के लिए और की सही तरीके मेडिकल में उपलब्ध है लेकिन कंडोम सबसे सेफ और कारगर तरीका होता है |

Advertisements

भारत में नेशनल प्लानिंग प्रोग्राम के तहत कॉन्डम को फैमिली प्लानिंग के लिए 1960 में लाया गया था और शत-प्रतिशत परिणाम देने वाला यह एकमात्र तरीका है वैसे तो वैसे तो कंडोम का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन बाजार में महिलाओं के बीच कंडोम उपलब्ध होते हैं जीने फीमेल कंडोम के नाम से जाना जाता है फैमिली प्लानिंग और गर्भधारण को रोकने के अलावा कंडोम की बीमारियों जैसे एचआईवी एड्स आदि हानिकारक बीमारियों से भी बचाता है जो यौन अंगों के द्वारा फैलती है 

कंडोम का इस्तेमाल एचआईवी एड्स गोनोरिया सिफीलिस जैसे सेक्सुअल ट्रांसमिशन वाले रोगों से बचाने में पूरी तरीके से कारगर साबित होता है इसके अलावा महिला या पुरुष दोनों में से कोई एक अगर कंडोम का इस्तेमाल करता है तो इंफेक्शन से भी बचा जा सकता है और एक सुरक्षित जीवन जीने में यह मदद करता है |

जब से भारत में कॉन्डम के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है और Awareness फैलाई गई है सबसे एक जैसी बीमारियों के खतरे सामने आने बंद हो गए हैं इसलिए अगर आप यौन रूप से पूरी तरह से सक्रिय हैं तो एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए कंडोम को अपने जीवन रक्षा का एक माध्यम बनाएं और लोगों को भी इसके उपयोग के लिए प्रेरित करें

Read More :-

इन कारणों की वजह से आप प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही है जानकर तुरंत निवारण करे

ये 10 तरीके अपनाकर आप एक अच्छे पिता बन सकते है |

कंडोम कैसे पहना जाता है? – How to Wear a Condom in Hindi?

 कंडोम कैसे पहना जाता है यह जानने के लिए हेलो निम्नलिखित बिंदु पर ध्यान दें

  •  सबसे पहले packet को खोलते समय उस पर दिए गए निर्देशों को अच्छे से पढ़ ले |
  •  पैकेट को सावधानी से किनारों की तरफ से ही फाड़े |
  •  ध्यान रहे पैकेट खोलते समय कैंची नाखून यह दांतों का इस्तेमाल ना करें |
  •  कंडोम को लगाते समय अगला और पिछला हिस्सा अच्छी तरीके से देखकर ही लगाएं अगर किसी स्थिति में पिछला हिस्सा लग जाता है यानी कि कंडोम गलत लग जाता है तो उसे हटाकर दूसरा लगाएं और उसे फेंक दें
  •  वैसे तो कंडोम चिकना होता है लेकिन फिर भी सावधानी के लिए आप रिलेशन बनाने से पहले उस पर चिकनाई जैसे तेल लगा सकते हैं
  • कंडोम पहनने के लिए सबसे पहले उसकी टिप को पेनिस पर लगाकर चिपकाए उसके बाद रिंग को घुमाते हुए ऊपर ले जाए ऐसा करने से कंडोम अच्छी तरीके से सेट हो जाता है और आसानी से उतरता नहीं है |
  • इसके बाद कंडोम को टिप से पकड़कर धीरे-धीरे निकाले ताकि वीर्य बाहर की और ना सके ध्यान रहे रिलेशन बनाने के तुरंत बाद ही कंडोम हटाना है |
  •  अगर किसी वजह से कंडोम फट जाता है तो तुरंत उसे हटाकर दूसरा इस्तेमाल करें और इस दौरान यह आशंका होती है कि महिला के शरीर में चला गया है गर्भ को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करें |
  • एक बार इस्तेमाल होने के बाद कंडोम को दोबारा उपयोग ना करें और उसे पब्लिक प्लेस पर फेंकने के बजाय थैली में डालकर डस्टबिन में डालें ,ध्यान रहे कंडोम को बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखें

कंडोम कितने असरदार होते हैं?

कंडोम कितने असरदार हैं कितना अच्छे से वह कार्य कर रहे हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि पुरुष पार्टनर सही तरीके से उसे उपयोग करें ऊपर बताए गए सभी तरीकों को अच्छी तरीके से फॉलो किया जाए और और 100% भी सुनिश्चित किया जाए कि आपके द्वारा उपयोग में लिया गया कंडोम बिल्कुल सही प्रक्रिया द्वारा उपयोग किया गया है तो यह हंड्रेड परसेंट गर्भधारण को रोकने में मददगार होता है |

ज्यादातर केस में कॉन्डम के फेल होने का कारण उसका सही तरीके से उपयोग ना करना होता है इसलिए हम कह सकते हैं कि गर्भधारण को रोकने के लिए या फिर किसी भी अन्य बीमारियां जैसे एचआईवी आदि को रोकने के लिए 99% कारगर प्रतीत होते हैं और 1% फेल होने का कारण कंडोम का सही तरीके से उपयोग ना होना होता है |

Read More :-

जापानी महिलाए गोरे होने के लिए अपनाती है ये टिप्स |

दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए बेस्ट प्रोटीन पाउडर

कंडोम के क्या फायदे हैं?

आइए जानते हैं कि कंडोम के क्या फायदे होते हैं

  •  यौन रोगों से सुरक्षा:–  एचआईवी एड्स, गोनोरिया,सिफिलिस  आदि ऐसे लोग हैं जो यौन क्रियाओं के द्वारा होते हैं ,कंडोम ऐसे सभी एस आई डी रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है आजकल भारत में एचआईवी के केसेस भी कम हो गए हैं उसका कारण सरकार और प्राइवेट संस्थाओं के द्वारा कंडोम के प्रचार को बढ़ावा देना है सरकारी अस्पतालों में फ्री में कंडोम उपलब्ध कराए जाते हैं इसके अलावा कंडोम के उपयोग से सर्वाइकल कैंसर के होने की भी कम हो गई है जो एचआईवी से जुड़ी बीमारी है
  •  अनचाही प्रेगनेंसी रोकना :- अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए कंडोम अब तक का सबसे बेस्ट तरीका माना गया है यह 100% तक कारगर साबित होता है अगर किसी वजह से कंडोम शेर होता है तो उसका कारण भी इसका सही तरीके से न इस्तेमाल करना  पाया जाता है इसलिए कंडोम खरीदते समय ध्यान रहे कि कंडोम सही साइज का हो और सही तरीके से पहना गया हो ध्यान रहे कभी भी ज्यादा प्रोटेक्शन के लिए दो कंडोम का उपयोग ना करें वरना घर्षण के कारण उसके फटने का डर रहता है अच्छी कंपनी के मजबूत कंडोम और सही तरीके से पहने ताकि यह गर्भधारण में सुरक्षा प्रदान कर सकें|
  • कोई साइड इफेक्ट नहीं :-  कंडोम इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा फायदा है कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है और ना ही इसे उपयोग में लेने से पहले कोई तैयारी की आवश्यकता है रिलेशन बनाते समय सीधा है इसे उपयोग किया जा सकता है अगर किसी वजह से पुरुष कंडोम का उपयोग नहीं कर सकता है तो महिलाएं भी फीमेल कॉन्डम का उपयोग कर सकती है इस्तेमाल करना भी आसान और सुरक्षित होता है |

कंडोम के नुकसान क्या हैं?

आइए जानते हैं कॉन्डम के नुकसान क्या-क्या है :-

  •  कई कंपनी के कंडोम में चिकनाई कम होती है ऐसे में ऊपर से लुब्रिकेंट या चिकनाई लगाने से कुछ देर बाद वह कंडोम को और भी सूखा कर देती है जिससे एवं प्रक्रिया बाधित होती है |
  • कुछ  कुछ कंपनी द्वारा बनाए गए कंडोम काफी मोटे होते हैं जो यौन उत्तेजना को कम कर सकते हैं अगर अगर उसके बजाय पतला कंडोम यूज़ करते हैं तो वह ज्यादा पतला होने की वजह से रिंग को ऊपर की तरफ नहीं ले जा पाता है और बीच में से ही फटने या अटकने का डर रहता है इन सब कारणों की वजह से योन प्रक्रिया बाधित होती है |
  • कहीं कंडोम बनाने वाली कंपनी कंडोम पर डॉट्स अथवा एक्स्ट्रा डॉट का फायदा देती है जो रिलेशन बनाने के दौरान अधिक घर्षण पैदा करते हैं जिससे योनि को नुकसान पहुंचता है |
  •  रिसर्च में पाया गया है कि साधारण सेक्स के बजाए कंडोम से किए जाने वाले सेक्स में महिलाओं में जल्दी ऑर्गेज्म होता है जिसकी वजह से सेक्स प्रक्रिया कम देर तक ही चल पाती है |
  • कंडोम का उपयोग होने वाला चिकनाई जिसे लेटेस्ट कहा जाता है यह महिलाओं या पुरुषों दोनों में ही एलर्जी को बढ़ा सकता है , ऐसे में पॉलीरेथेन से बने कॉन्डम का उपयोग फायदेमंद होता है |

महिला कंडोम का प्रयोग या महिला कंडोम कैसे पहना जाता है?

अगर किसी वजह से पुरुष कंडोम का उपयोग करना नहीं चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में महिलाएं भी कॉन्डम का उपयोग कर सकते हैं मार्केट में महिलाओं के लिए भी इसी प्रकार का कंडोम उपलब्ध होता है फर्क इतना होता है कि वह साइज में बड़े होते हैं जिस तरीके से महिला टेम्पोंन का इस्तेमाल करते हैं उसी तरह से फीमेल कंडोम का इस्तेमाल किया जाता है इसे लगाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती है इसी अंदर इंसर्ट किया जाता है और यह आकार में पुरुष कौन से बड़े होते हैं|

 इसे उपयोग करने के लिए कंडोम के किनारों को खोला जाता है और धीरे-धीरे इन्सर्ट किया जाता है इसे अंदर की तरफ धक्का दिया जाता है और योनि के बाहर केवल एक इंच ही कंडोम रहता है जिसे बाद में पकड़ कर बाहर निकाला जाता है रिलेशन बनाने से पहले यह सुनिश्चित किया जाता है कि स्पर्म कंडोम से बाहर ना गिर जाए इसलिए कंडोम लगाते समय जो आपने बाहर की तरफ का हिस्सा उसे हाथ से पकड़ पकड़ पकड़ धीरे-धीरे बाहर की तरफ खींचे |

फीमेल कंडोम को उपयोग करने का सबसे बड़ा फायदा है क्यों होता है कि यह महिलाओं में अनचाहे गर्भ से बचाता है और साथ ही पुरुषों में कंडोम की वजह से मूड स्विंग होने या मूड खराब होने की परेशानी को भी झेलना नहीं पड़ता है |

सेक्स के दौरान कंडोम फटने पर क्या करें?

रिलेशन बनाने के दौरान अगर किसी वजह से कंडोम बीच में ही फट चुका होता है तो ऐसी स्थिति में सेक्स को बीच में ही रोक देना चाहिए और तुरंत उसे उतारकर नया कंडोम पहनना चाहिए ऐसी स्थिति में अगर अंदेशा होता है कि वीर्य महिला के योनि में चला गया है तो 2 दिन के भीतर गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करें अन्यथा गर्भ ठहरने के चांसेस बढ़ जाते हैं,  कंडोम के फटने का कारण अधिक घर्षण,  नाखूनों की चीज का इस्तेमाल, दो कंडोम का एक साथ उपयोग आदि  कुछ भी हो सकते हैं इसलिए कंडोम लगाते समय सावधानी बरतें ताकि ऐसी स्थिति पैदा ना हो |

सारांश

आज हमने इस लेख के माध्यम से आप सभी को कंडोम कैसे पहना जाता है? कंडोम कितने असरदार होते हैं? कंडोम के क्या फायदे हैं?,कंडोम फटने पर क्या करें ?,कंडोम के नुकसान क्या हैं?,महिला कंडोम का प्रयोग आदि के बारे में जानकारी देने की कोशिश की है। हम आशा करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप कमेंट करके हमसे पूछ सकते हो।

महिलाओ का कंडोम कैसे पहना जाता है ?

महिलाओ का कंडोम उपयोग करने के लिए कंडोम के किनारों को खोला जाता है और धीरे-धीरे इन्सर्ट किया जाता है इसे अंदर की तरफ धक्का दिया जाता है और योनि के बाहर केवल एक इंच ही कंडोम रहता है जिसे बाद में पकड़ कर बाहर निकाला जाता है

फ्री में कंडोम कैसे खरीद सकते है ?

आजकल सरकारी अस्पतालों एवं डिस्पेंसरी में कंडोम बॉक्स रखे जाते है वहा से आप फ्री में कंडोम प्राप्त कर सकते है |

Advertisements