क्या अंतर होता है लेवल 2 अल्ट्रासाउंड और लेवल 1 अल्ट्रासाउंड में ? जरूर जान ले | Difference Between Level 1 and level 2 anomaly scan.

Difference Between Level 1 and Level 2 Ultrasound.

जैसा की हम सभी लोग जानते है ultrasound ( अल्ट्रासाउंड ) एक तरह का मेडिकल टेस्ट होता है जो गर्भावस्था के दौरान माँ और बच्चे के स्वास्थ्य की जांच के लिए कराया जाता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान अल्ट्रासाउंड कई तरह के होते है और एक सामान्य वयक्ति के मन में इनके बीच के अंतर को लेकर जिज्ञासा हमेशा बनी रहती है तो आइये इस आर्टिकल के जरिये हम जानते है की क्या अंतर होता है लेवल 1 और लेवल 2 अल्ट्रासाउंड (usg level 2 scan) के बीच में |

level 1 scan और level 2 anomaly scan गर्भावस्था के दौरान कराये जाने वाले बोहोत ही कॉमन सोनोग्राफी स्कैन होते है जो अलग अलग उद्देश्य को पूरा करने के लिए डॉक्टर के द्वारा recommend किये जाते है इन दोनों ही सोनोग्राफी स्कैन में सबसे बढ़ा अंतर होता है इनके कराये जाने वाले समय और इसमें जांच किए जाने वाले अंगो में | आगे डिटेल में इसके बारे में जानते है |

Level 1 vs Level 2 Ultrasound 

level 1 scan और Level 2 अल्ट्रासाउंड के बीच अंतर यह है कि level 1 ultrasound को एक दूसरे नाम से भी जाना जाता है जो नाम है ग्रोथ स्कैन , यह अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था के 28वें से 30वें सप्ताह के दौरान कराया जाता है। इस अल्ट्रासाउंड का उपयोग यह जांचने के लिए किया जाता है कि गर्भ में बच्चा सही दिशा में बढ़ रहा है या नहीं। लेकिन दूसरी तरफ, level 2 anomaly scan को “एनोमली स्कैन” के रूप में भी जाना जाता है और यह अल्ट्रासाउंड को कराने का मुख्य उद्देश्य गर्भ में बच्चे के हर अंग के विकास को देखना है | लेवल 2 अल्ट्रासाउंड आमतौर पर गर्भावस्था के 20वें सप्ताह के दौरान कराया जाता है।

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level 1 scan जिसे ग्रोथ स्कैन के नाम से जाना जाता है एक तरह की सम्पूर्ण जांच होती है जो की गर्भावस्था के दूसरी तिमाही के दौरान कराई जाती है और इसका मुख्य उद्देश्य गर्भ में बच्चे और माँ के स्वास्थ्य की पूरी तरह से जांच करना है

वही इसके विपरीत, level 2 अल्ट्रासाउंड, जिसे एनोमली स्कैन भी कहा जाता है, level 1 scan से पहले कराया जाता है। और यह अल्ट्रासाउंड आमतौर पर गर्भावस्था के 20वें सप्ताह के दौरान होता है इसमें यह जांचा जाता है कि शिशु का हर अंग सही तरीके से बढ़ रहा है या नहीं। यह अल्ट्रासाउंड गर्भ में शिशु के अलग-अलग शरीर के अंगों पर फोकस करता है और पूरी स्थिति को बताता है |

टेबल के द्वारा Level 1 और Level 2 Ultrasound में अंतर:-

मापदंड Level 1 अल्ट्रासाउंड   Level 2 अल्ट्रासाउंड  
मतलब   अल्ट्रासाउंड का एक प्रकार जिसमे बच्चे की पूरी ग्रौथ देखी जाती है | अल्ट्रासाउंड का एक प्रकार जिसमे बच्चे के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए हर अंग का बारीकी से परिक्षण किआ जाता है |
दूसरा नाम इसका दूसरा नाम ग्रोथ स्कैन है | इसका दूसरा नाम अनोमली स्कैन है |
उद्देश्य  इसमें मुख्य रूप से बच्चे की पोजीशन और प्लेसेंटा तथा अम्निओटिक फ्लूइड का स्तर देखा जाता है |इसमें बच्चे के हार्ट रेट से लेकर किडनी, लुंग्स सभी की जांच की जाती है , जेंडर का पता भी इसके द्वारा लगाया जा सकता है |
समय  ये प्रेगनेंसी के दुसरे trimester में लेवल 2 के बाद कराया जाता है |ये प्रेगनेंसी के दुसरे trimester में लगभग 18 से 20 हफ्तों के बीच कराया जाता है |
समयावधि इसे कराने में लगभग 15 से 20 वीक का समय लगता है इसे कराने में लगभग 1 घंटे का समय लगता है |

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Level 1 Ultrasound क्या है ? ( What is Level 1 Ultrasound? )

एक बार level 2 anomaly scan कराने के बाद लेवल 1 अल्ट्रासाउंड कराया जाता है ताकि यह पता लगाया जा सके की बच्चे का विकास ठीक तरह से हो रहा है या नहीं , यह अल्ट्रासाउंड बोहोत डिटेल में टेस्ट नहीं करता है क्युकी डिटेल में टेस्ट कराने के लिए लेवल 2 अल्ट्रासाउंड होता है जो इस अल्ट्रासाउंड के पहले ही हो जाता है इसलिए लेवल 1 अल्ट्रासाउंड में सिर्फ बच्चे की ग्रोथ का परिक्षण किया जाता है |

इसे ग्रोथ स्कैन कहा जाता है, क्युकी यह बच्चे की ग्रोथ को जांचता है और मुख्य रूप से बच्चे के अंगो, प्लेसेंटा की पोजीशन और अम्निओटिक fluid जैसे प्राथमिक अंगो की जांच के लिए कराया जाता है |

usg level 1 अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था के दूसरे तिमाही के दौरान होता है और और गर्भ में सामान्य स्थोतियो की जांच करता है इस अल्ट्रासाउंड को कराने में केवल 10 से 15 मिनट का समय लगता है यानि की ये काफी कम समय में ही पूरा हो जाता है |

यह अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था में नीचे दी गई चीजो की जांच करता है-

  • बच्चे की पोजीशन (इसमें यह जाँच की जाती है कि बच्चा गर्भ में किस पोजीशन में है। मतलब गर्भ में बच्चा सही पोजीशन में है या नहीं इसमें जांचा जाता है |)
  • बच्चे का विकास (इस अल्ट्रासाउंड में यह जांचा जाता है की बच्चा सही से ग्रौथ कर रहा है या नहीं |)
  • गर्भाशय में अम्निओटिक फ्लूइड की उपस्थिति (अम्निओटिक फ्लूइड एक तरल पदार्थ होता है जिसके अन्दर बच्चा सुरक्षित रहता है , इसकी मात्रा ठीक है या नहीं इसकी जांच भी लेवल 1 अल्ट्रासाउंड के द्वारा की जाती है |)

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Level 2 Ultrasound क्या है? ( What is Level 2 Ultrasound? )

लेवल 2 अल्ट्रासाउंड जिसे एनोमली स्कैन तथा usg level 2 scan भी कहा जाता है यह मुख्य रूप से गर्भावस्था के 20 वे सप्ताह के दौरान कराया जाता है लेकिन एक दो हफ्ते पहले या बाद में भी कराया जा सकता है , यह अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था का सबसे जरूरी अल्ट्रासाउंड होता है क्योकि इसमें गर्भ में बच्चे के प्रत्येक अंग का बारीकी से जांच की जाती है और देखा जाता है की अहर अंग सही से विकसित हुआ है या नहीं | इस अल्ट्रासाउंड में बच्चे के हर अंग की साफ़ पिक्चर भी देखी जाती है और इसमें बच्चा पूरी तरह से बन चूका होता है इसलिए इस अल्ट्रासाउंड के दौरान बच्चा मुह में अंगूठा लिए हुए या हाथ हिलाता हुआ देखा जा सकता है |

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इस अल्ट्रासाउंड में किन चीजो का पता लगाया जाता है –

  • बेबी की हार्ट रेट के बारे में
  • क्राउन रुम्प लेंग्थ (CRL) के बारे में | CRL- बच्चे की कम्पलीट लम्बाई होती है |
  • बच्चे के शरीर और सिर के चारो तरफ की नाप ली जाती है |
  • बच्चे का वजन कितना है |
  • हार्ट के चारो चैम्बर्स के बारे में |
  • किडनी,ब्लैडर और हार्ट अछे से काम कर रहे |
  • बच्चे का ब्रेन और रीड की हड्डी के सही से डेवलपमेंट का |
  • बच्चे के लिंग का भी पता लगता है |
  • प्रेग्नेंट महिला में Amniotic Fluid की मात्रा देखी जाती है – Amniotic Fluid एक लिक्विड(liquid ) होता है जिसके अन्दर बच्चा सुरक्षित रहता है |
  • प्लेसेंटा (placenta) की पोजीशन के बारे में |
  • chromosomal abnormality का पता लगाया जाता है |

Level 1 and Level 2 Ultrasound का मुख्य अंतर क्या है :-

  • Level 1 अल्ट्रासाउंड में बच्चे के पूरे शरीर को ओवरआल जांच करता है जबकि लेवल 2 अल्ट्रासाउंड में बच्चे के शरीर के अलग-अलग हिस्सों की जांच की जाती है और हर अंग का अलग से टेस्रट होता है |
  • Level 1 अल्ट्रासाउंड को ग्रोथ स्कैन (growth scan) के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन Level 2 अल्ट्रासाउंड को एनोमली स्कैन के रूप में भी जाना जाता है।
  • Level 1 अल्ट्रासाउंड में बच्चे के पूरे स्वास्थ्य की जांच की जाती है और देखा जाता है की बच्चे का विकास सही से हो रहा है या नहीं , लेकिन level 2 अल्ट्रासाउंड में बच्चे के शरीर के हर अंग का अलग अलग जांच होती है |
  • Level 1 अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था के 20 सप्ताह के दौरान होता है, जबकि लेवल 2 का अल्ट्रासाउंड 19वें से 22वें सप्ताह में होता है।
  • Level 1 अल्ट्रासाउंड को कराने में कम समय लगता है, जबकि लेवल 2 के अल्ट्रासाउंड कराने में लगभग एक घंटे का समय लगता है।

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अल्ट्रासाउंड कराने से पहले क्या तैयारी रखे ?

अल्ट्रासाउंड को कराने से पहले कुछ पहले से ही तैयारी रखे , जैसे :-

  1. जाने से पहले लगभग 2 गिलास पानी पी ले ताकि स्कैन अच्छेसे हो |
  2. अपना id प्रूफ साथ ले जाये साथ में एक फोटो कॉपी भी ले जाये |
  3. लूज कपडे पहन के जाये |
  4. मास्क व् sanitizer का प्रयोग करे |

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अल्ट्रासाउंड कैसे होता है ?

चाहे usg level 1 अल्ट्रासाउंड हो या लेवल 2 दोनों ही अल्ट्रासाउंड को कराने के लिए पहले प्रेग्नेंट महिला को एग्जामिनेशन बेड पर लेटा दिया जाता है फिर उसके पेट पर एक लिक्विड जेल लगाया जाता है इसके बाद transducer ( अल्ट्रासाउंड में उपयोग आने वाला एक उपकरण ) की मदद से पेट के चारो तरफ के एरिया की जांच की जाती है |

ट्रांस्दुसर से निकलने वाली साउंड वेव्स (sound waves ) मॉनिटर पर प्रेग्नेंट महिला के पेट के अन्दर की चित्रों को दिखाती है ये चित्र बच्चे के होते है जिसमे बच्चे के अंग दिखाई देते है ये चित्र 2D फॉर्मेट में होते है क्युकी कंप्यूटर sound waves को 2D पिक्चर में बदल देता है |

स्कैन के दौरान जैसे ही बच्चे की साफ़ पिक्चर दिखाई दे जाती है कंप्यूटर उसे फ्रीज़ करके सेव कर लेता है और फिर उससे जरूरी माप ले लिए जाते है |

अल्ट्रासाउंड के दौरान बच्चे की हार्ट बीट भी साफ़ सुनाई देती है और बच्चे में हाथ,पैर और अलग अलग अंग भी दिखाई देते है | लेवल 2 और level 1 scan अल्ट्रासाउंड के दौरान बच्चा थोडा बड़ा हो जाता है और कुछ हरकते भी करने लग जाता है इसलिए इस अल्ट्रासाउंड में बच्चा मुह में अंगूठा लिए या फिर हाथ हिलाता हुआ दिखाई देता है आप चाहे तो डॉक्टर से कह के बच्चे की पिक्चर भी ले सकते है |

निष्कर्ष ( Conclusion )

गर्भावस्था बच्चे के माता-पिता के लिए सबसे अच्छे समय में से एक होती है। लेकिन यह वास्तव में एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है क्योंकि इसमें अब तक की सबसे जटिल संरचना शामिल है जो एक नए जीवन का निर्माण है। इसलिए गर्भावस्था से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों और प्रक्रियाओं को जानना जरूरी हो जाता है।

अल्ट्रासाउंड एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग चिकित्सा विज्ञान यह जांचने के लिए करता है कि बच्चा ठीक है या नहीं। यह जल्द ही होने वाले माता-पिता के लिए एक चमत्कार की तरह है। लेकिन अल्ट्रासाउंड शब्द में स्तर 1 और स्तर 2 अल्ट्रासाउंड जैसे कई प्रकार के अल्ट्रासाउंड होते हैं। जबकि ये दोनों उद्देश्य लगभग समान हैं, फिर भी वे बहुत भिन्न हैं।

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